श्री हनुमान मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Hanuman Murti Sthapana Muhurat

Lord Hanuman

Lord Hanuman

श्री हनुमान मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Lord Hanuman Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।।

अर्थात : जिनकी मन के समान गति और वायु के समान वेग है, जो परम जितेन्दिय और बुद्धिमानों में श्रेष्ठ हैं, उन पवनपुत्र वानरों में प्रमुख श्रीरामदूत की मैं शरण लेता हूं।

कलियुग में भगवान हनुमान जी की भक्ति से बढ़कर किसी अन्य की भक्ति में शक्ति नहीं है। हनुमान की तिथि कृष्ण चतुर्दशी और वार मंगल को पड़ता है।

श्री हनुमान प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
19  फरवरी  पूरा दिन
03 मईसूर्योदय से सुबह 11:26 तक 
11 मईसुबह 05:46 से सुबह 09:54 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 तक 
13 मईसूर्योदय से प्रातः 06:51 तक 
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक 
18 मईसुबह 10:06 से सूर्यास्त तक
20 मईसुबह 08:02 से सूर्यास्त तक
21 मईसूर्योदय से सुबह 09:04 तक 
21 मईसुबह 09:04 से सुबह 09:23 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:37 तक 
24 मईसुबह 06:49 से सुबह 09:03 तक, सुबह 11:25 से दोपहर 01:45 तक
25 मईसुबह 06:45 से सुबह 08:59 तक, सुबह 11:22 से दोपहर 01:41 तक, (भौमयुति परिहार)
29 मईसुबह 11:50 से सूर्यास्त तक
01 जूनसूर्योदय से प्रातः 06:48 तक 
03 जूनसुबह 11:17 से सूर्यास्त तक (भद्रा-परिहार)
08 जूनसुबह 08:37 से दोपहर 03:04 तक
12 जूनसुबह 10:35 से सूर्यास्त तक
17 जूनसूर्योदय से सुबह 09:12 तक
21 जूनसुबह 09:35 से सुबह 01:13 तक  
26 जूनप्रातः 06:06 से सूर्यास्त तक, (भद्रा-परिहार)

सन् 2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
18 जनवरीसुबह 09:26 से सूर्यास्त तक
21 जनवरीसुबह 10:03 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 (भद्रा-परिहार)
25 जनवरीसुबह 10:38 से सूर्यास्त तक
26 जनवरीसुबह 10:28 से सूर्यास्त तक
31 जनवरीसुबह 10:46 से दोपहर 12:19 तक
01 फरवरीसुबह 10:42 से दोपहर 12:15 तक, दोपहर 02:32 तक केतुयुति का परिहार है
14 फरवरीसुबह 10:43 से सूर्यास्त तक
15 फरवरीसूर्योदय से सुबह 09:26 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 तक (शुक्र-पादवेधाभाव)
21 फरवरीसुबह 08:23 से दोपहर 12:51 तक 
22 फरवरीसुबह 09:20 से दोपहर 12:54 तक, 
03 मार्चसुबह 09:36 से दोपहर 12:11 तक
07 मार्चसूर्योदय से सुबह 08:23 तक 
08 मार्चसूर्योदय से सुबह 10:49 तक 
Frame
Lord Hanuman
Frame
Lord Hanuman Murti Sthapana Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Lord Hanuman Pratishta muhurat | Hanuman pratishtha muhurat | Auspicious Time for Hanuman sthapana | Hanuman Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में श्रीहनुमान मूर्ति स्थापना मुहूर्त | हनुमान स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Hanuman pran patishtha muhurat April 2023 | Anjaneya pran patishtha muhurat May 2023 | Hanuman pran patishtha muhurat June 2023 | Lord Anjaneya pran patishtha muhurat July 2023 | Anjaneya pran patishtha muhurat August 2023 | Lord Anjaneya pran patishtha muhurat September 2023 | Lord Anjaneya pran patishtha muhurat October 2023 | Anjaneya pran patishtha muhurat November 2023 | Lord Anjaneya pran patishtha muhurat December 2023 | Lord Anjaneya pran patishtha muhurat January 2024 | Anjaneya pran patishtha muhurat February 2024 | Lord Hanuman pran patishtha muhurat March 2024

श्री स्कन्द मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Ayyappa Murti Sthapana Shubh Muhurat

Lord Skand

Lord Skand

श्री स्कन्द मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Lord Skanda Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव।
कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥

भगवान स्कन्द जी की तिथि शुक्ल पक्ष षष्ठी को पड़ती है।

श्री स्कन्द प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
28 जनवरीपूरा दिन
25 फरवरी पूरा दिन
03 मईसूर्योदय से सुबह 11:26 तक 
11 मईसुबह 05:46 से सुबह 09:54 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 तक 
13 मईसूर्योदय से प्रातः 06:51 तक 
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक 
20 मईसुबह 08:02 से सूर्यास्त तक
21 मईसूर्योदय से सुबह 09:04 तक 
21 मईसुबह 09:04 से सुबह 09:23 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:37 तक 
24 मईसुबह 06:49 से सुबह 09:03 तक, सुबह 11:25 से दोपहर 01:45 तक
25 मईसुबह 06:45 से सुबह 08:49 तक, सुबह 11:22 से दोपहर 01:41 तक (भौम-युति परिहार)
29 मईसुबह 11:50 से सूर्यास्त तक
01 जूनसूर्योदय से प्रातः 06:48 तक 
03 जूनसुबह 11:17 से सूर्यास्त तक (भद्रा-परिहार)
08 जूनसुबह 08:37 से दोपहर 03:04 तक
12 जूनसुबह 10:35 से सूर्यास्त तक
21 जूनसुबह 09:35 से सुबह 01:13 तक  
24 जून सूर्योदय से सुबह 07:18 तक 
26 जूनप्रातः 06:06 से सूर्यास्त तक, (भद्रा-परिहार)
21 सितंबर सुबह 10:33 से शाम 04:39 तक
20 अक्टूबरसुबह 08:39 से दोपहर  03:45 तक
19 नवंबरसूर्योदय से सुबह 07:24 तक 

सन् 2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
16 जनवरीसुबह 09:35 से सूर्यास्त तक
14 फरवरी दोपहर 12:10 से सूर्यास्त तक
18 जनवरीसुबह 09:26 से सूर्यास्त तक
21 जनवरीसुबह 10:03 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 (भद्रा-परिहार)
25 जनवरीसुबह 10:38 से सूर्यास्त तक
26 जनवरीसुबह 10:28 से सूर्यास्त तक
31 जनवरीसुबह 10:46 से दोपहर 12:19 तक
01 फरवरीसुबह 10:42 से दोपहर 12:15 तक, दोपहर 02:32 तक केतुयुति का परिहार है
14 फरवरीसुबह 10:43 से सूर्यास्त तक
15 फरवरी सूर्योदय से सुबह 09:26 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 तक (शुक्र-पादवेधाभाव)
21 फरवरीसुबह 08:23 से दोपहर 12:51 तक 
22 फरवरीसुबह 09:20 से दोपहर 12:54 तक, 
03 मार्चसुबह 09:36 से दोपहर 12:11 तक
07 मार्चसूर्योदय से सुबह 08:23 तक 
08 मार्चसूर्योदय से सुबह 10:49 तक 
Frame
Lord Ayyappa
Frame
Lord Ayyappa Murti Sthapana Shubh Muhurat 
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Lord Ayyappa Pratishta muhurat | Kartikeya pratishtha muhurat | Auspicious Time for Hanuman sthapana | Skanda Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में श्रीस्कन्द मूर्ति स्थापना मुहूर्त | स्कन्द स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Ayyappa pran patishtha muhurat April 2023 | Skanda pran patishtha muhurat May 2023 | Ayyappa pran patishtha muhurat June 2023 | Lord Kartikeya pran patishtha muhurat July 2023 | Ayyappa pran patishtha muhurat August 2023 | Lord Kartikeya pran patishtha muhurat September 2023 | Lord Kartikeya pran patishtha muhurat October 2023 | Kartikeya pran patishtha muhurat November 2023 | Lord Skanda pran patishtha muhurat December 2023 | Lord Kartikeya pran patishtha muhurat January 2024 | Kartikeya pran patishtha muhurat February 2024 | Lord Skanda pran patishtha muhurat March 2024

श्री नागदेवता मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Shri Nag Devta Murti Sthapana Muhurat

Nag Devta

Nag Devta

श्री नागदेवता मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Lord Nag Devta Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

ॐ भुजंगेशाय विद्महे, सर्पराजाय धीमहि, तन्नो नाग: प्रचोदयात्।।

भगवान नागदेवता जी की तिथि शुक्ल पंचमी को पड़ती है।

श्री नागदेवता प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख  मुहूर्त का समय – घं.मि.
03 मईसूर्योदय से सुबह 11:26 तक 
11 मईसुबह 05:46 से सुबह 09:54 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 तक 
13 मईसूर्योदय से प्रातः 06:51 तक 
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक 
20 मईसुबह 08:02 से सूर्यास्त तक
21 मईसूर्योदय से सुबह 09:04 तक 
21 मईसुबह 09:04 से सुबह 09:23 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:37 तक 
24 मईसूर्योदय से  सूर्यास्त तक
25 मईसुबह 06:45 से सुबह 08:59 तक, सुबह 11:22 से दोपहर 01:41 तक, (भौमयुति परिहार)
29 मईसुबह 11:50 से सूर्यास्त तक
01 जूनसूर्योदय से प्रातः 06:48 तक 
03 जूनसुबह 11:17 से सूर्यास्त तक (भद्रा-परिहार)
08 जूनसुबह 08:37 से दोपहर 03:04 तक
12 जूनसुबह 10:35 से सूर्यास्त तक
21 जूनसुबह 09:35 से सुबह 01:13 तक  
23 जूनसूर्योदय से सूर्यास्त तक
26 जूनप्रातः 06:06 से सूर्यास्त तक, (भद्रा-परिहार)
 सन् 2024
प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
18 जनवरीसुबह 09:26 से सूर्यास्त तक
21 जनवरीसुबह 10:03 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 (भद्रा-परिहार)
25 जनवरीसुबह 10:38 से सूर्यास्त तक
26 जनवरीसुबह 10:28 से सूर्यास्त तक
31 जनवरीसुबह 10:46 से दोपहर 12:19 तक
01 फरवरीसुबह 10:42 से दोपहर 12:15 तक, दोपहर 02:32 तक केतुयुति का परिहार है
14 फरवरीसुबह 10:43 से सूर्यास्त तक
15 फरवरीसूर्योदय से सुबह 09:26 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 तक (शुक्र-पादवेधाभाव)
21 फरवरीसुबह 08:23 से दोपहर 12:51 तक 
22 फरवरीसुबह 09:20 से दोपहर 12:54 तक, 
03 मार्चसुबह 09:36 से दोपहर 12:11 तक
07 मार्चसूर्योदय से सुबह 08:23 तक 
08 मार्चसूर्योदय से सुबह 10:49 तक 
Frame
Shri Nag Devta
Frame
Shri Nag Devta Murti Sthapana Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:- 

Lord Nag Pratishta muhurat | Nag Devta pratishtha muhurat | Auspicious Time for Nag Devta sthapana | Nag Devta Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में श्रीनागदेवता मूर्ति स्थापना मुहूर्त |  नागदेवता स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Nag pran patishtha muhurat April 2023 | Nag Devta pran patishtha muhurat May 2023 | Nag Devta pran patishtha muhurat June 2023 | Lord Nag pran patishtha muhurat July 2023 | Nag Devta pran patishtha muhurat August 2023 | Lord Nag pran patishtha muhurat September 2023 | Lord Nag pran patishtha muhurat October 2023 | Nag Devta pran patishtha muhurat November 2023 | Lord Nag pran patishtha muhurat December 2023 | Lord Nag pran patishtha muhurat January 2024 | Nag Devta pran patishtha muhurat February 2024 | Lord Nag pran patishtha muhurat March 2024 

श्री भैरव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Bhairava Murti Sthapana Shubh Muhurat

Lord Bhairava

Lord Bhairava

श्री भैरव मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Lord Bhairava Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

ॐ कालभैरवाय नम:। ॐ भयहरणं च भैरव:। ॐ ह्रीं बं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं। ॐ भ्रं कालभैरवाय फट्।

भगवान भैरव जी की तिथि कृष्ण अष्टमी को पड़ती है।

श्री भैरव प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
14   फरवरीसूर्योदय से सुबह 9:04  तक,
11 जूनसूर्योदय से सूर्यास्त तक (श्रीभैरवाष्टमी) 
21 जूनसूर्योदय से  सूर्यास्त तक
28 जूनसूर्योदय से सूर्यास्त तक
01 जुलाईसुबह 08:56 से सुबह 11:16 तक, सुबह 11:57 से दोपहर 12:53 तक
06 जुलाईसुबह 06:31 तक (शुक्रपादवेध विचार्य)
09 जुलाईसुबह 08:56 से सूर्यास्त तक
10 जुलाईसुबह 08:21 से दोपहर 12:58 तक, दोपहर  03:20 से शाम 05:40 तक
14 जुलाईसुबह 08:05 से दोपहर 12:54 तक, दोपहर 03:04  से  शाम 05:24 तक
24 अगस्त सुबह 09:04 से दोपहर 02:43 तक
28 अगस्त सुबह 11:07 से शाम 04:32 तक
06 सितंबर सुबह 09:20 से सूर्यास्त तक
07 सितंबरसूर्योदय से सुबह 10:25 तक 
07 सितंबर सुबह 10:25 से शाम 05:53 तक
10 सितंबरसुबह 11:16 से दोपहर  01:36 तक
11 सितंबरसुबह  11:12 से दोपहर  01:32 तक
21 सितंबरसुबह  10:33 से शाम 04:39 तक
25 सितंबरसुबह 10:17 से शाम 04:23 तक
22 अक्टूबर सुबह 08:31 से दोपहर 12:56 तक 
26 अक्टूबरसुबह 11:27 से सूर्यास्त तक
03 नवंबरसुबह  07:44 से दोपहर 12:26 तक 
04 नवंबरदोपहर  12:04 से सूर्यास्त तक
05 नवंबरसुबह 07:36 से दोपहर 12:26 तक
10 नवंबरसूर्योदय से दोपहर 12:36 तक 
19 नवंबरसुबह  09:01 से दोपहर 12:47 तक 
23 नवंबरसूर्योदय से सुबह 10:04 तक 
29 नवंबरसुबह 08:22 से दोपहर 12:07 तक
02 दिसंबरसुबह  08:10 से सुबह 12:31 तक
05 दिसंबरसूर्योदय से सूर्यास्त तक (श्रीभैरवाष्टमी)
07 दिसंबरसुबह  07:50 से सुबह 11:36 तक, सुबह 11:52 से दोपहर 12:33 तक
08 दिसंबरसूर्योदय से सुबह 08:53 तक 
08 दिसंबरसुबह 08:53 से सूर्यास्त तक

सन् 2024

03  फरवरीसूर्योदय से सूर्यास्त तक (श्रीभैरवाष्टमी)
03 मार्चसुबह 08:45 सूर्योदय से सूर्यास्त तक
Frame
Lord Bhairava
Frame
Lord Bhairava Murti Sthapana Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Lord Bhairava Pratishta muhurat | Bhairava pratishtha muhurat | Auspicious Time for Bhairava sthapana | Bhairava Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में श्रीभैरव मूर्ति स्थापना मुहूर्त | भैरव स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Bhairava pran patishtha muhurat April 2023 | Bhairava pran patishtha muhurat May 2023 | Bhairava pran patishtha muhurat June 2023 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat July 2023 | Bhairava pran patishtha muhurat August 2023 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat September 2023 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat October 2023 | Bhairava pran patishtha muhurat November 2023 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat December 2023 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat January 2024 | Bhairava pran patishtha muhurat February 2024 | Lord Bhairava pran patishtha muhurat March 2024

श्री परशुराम मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Parshuram Murti Sthapana Muhurat

Lord Parshuram

Lord Parshuram

 

श्री परशुराम मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Lord Parshuram Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

‘ॐ ब्रह्मक्षत्राय विद्महे क्षत्रियान्ताय धीमहि तन्नो राम: प्रचोदयात्।। ‘ ‘ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि तन्नो परशुराम: प्रचोदयात्।। ‘

भगवान परशुराम जी की तिथि शुक्ल तृतीया है।

श्री परशुराम प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख  मुहूर्त का समय – घं.मि.
22  फरवरीपूरा दिन
03 मईसूर्योदय से सुबह 11:26 तक 
11 मईसुबह 05:46 से सुबह 09:54 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 तक 
13 मईसूर्योदय से प्रातः 06:51 तक 
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक 
20 मईसुबह 08:02 से सूर्यास्त तक
21 मईसूर्योदय से सुबह 09:04 तक 
21 मईसुबह 09:04 से सुबह 09:23 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:36 तक
24 मईसुबह 06:49 से सुबह 09:03 तक, सुबह 11:25 से दोपहर 01:45 तक
25 मईसुबह 06:45 से सुबह 08:59 तक, सुबह 11:22 से दोपहर 01:41 तक, (भौमयुति परिहार)
29 मईसुबह 11:50 से सूर्यास्त तक
01 जूनसूर्योदय से प्रातः 06:48 तक 
03 जूनसुबह 11:17 से सूर्यास्त तक (भद्रा-परिहार)
08 जूनसुबह 08:37 से दोपहर 03:04 तक
12 जूनसुबह 10:35 से सूर्यास्त तक
21 जूनसूर्योदय से सूर्यास्त तक
26 जूनप्रातः 06:06 से सूर्यास्त तक, (भद्रा-परिहार)

सन् 2024

18 जनवरी

सुबह 09:26 से सूर्यास्त तक

21 जनवरी

सुबह 10:03 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 (भद्रा-परिहार)

25 जनवरी

सुबह 10:38 से सूर्यास्त तक

26 जनवरी

सुबह 10:28 से सूर्यास्त तक

31 जनवरी

सुबह 10:46 से दोपहर 12:19 तक

01 फरवरी

सुबह 10:42 से दोपहर 12:15 तक, दोपहर 02:32 तक केतुयुति का परिहार है

14 फरवरी

सुबह 10:43 से सूर्यास्त तक

15 फरवरी

सूर्योदय से सुबह 09:26 तक 

19 फरवरी

सुबह 10:33 तक (शुक्र-पादवेधाभाव)

21 फरवरी

सुबह 08:23 से दोपहर 12:51 तक 

22 फरवरी

सुबह 09:20 से दोपहर 12:54 तक, 

03 मार्च

सुबह 09:36 से दोपहर 12:11 तक

07 मार्च

सूर्योदय से सुबह 08:23 तक 

08 मार्च

सूर्योदय से सुबह 10:49 तक 

Frame
Lord Parshuram
Frame
Lord Parshuram Murti Sthapana Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Lord Parshuram Pratishta muhurat | Parshurampratishtha muhurat | Auspicious Time for Parshuram sthapana | Parshuram Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में श्रीपरशुराम मूर्ति स्थापना मुहूर्त | परशुराम स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Lord Parshuram pran patishtha muhurat April 2023 | Parshuram pran patishtha muhurat May 2023 | Parshuram pran patishtha muhurat June 2023 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat July 2023 | Parshuram pran patishtha muhurat August 2023 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat September 2023 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat October 2023 | Parshuram pran patishtha muhurat November 2023 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat December 2023 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat January 2024 | Parshuram pran patishtha muhurat February 2024 | Lord Parshuram pran patishtha muhurat March 2024

श्री गौरी देवी मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Maa Gauri Murti Sthapana Shubh Muhurat

 

श्री गौरी देवी मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा विशेष मुहूर्त | Maa Gauri ji Murti Sthapana Shubh Muhurat

देवों की प्रतिष्ठा इनकी अपनी-अपनी तिथियों, नक्षत्रों, वारों के अनुसार भी की जाती है। कुछ नक्षत्र ऐसे भी हैं, जिनमें किसी भी देवता की प्रतिष्ठा की जा सकती है। देवों की प्रतिष्ठा मुहूर्त कालो की तरह ही युति, वेध, क्रान्तिसाम्य, गुरु-शुक्रास्त, भद्रा आदि सभी दोषों से सर्वथा मुक्त होने चाहिए। देवताओं की प्रतिष्ठा पूर्वाहण (दिन के पूर्वार्ध) में ही की जाती हैं।

हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।

गौरी जी की तिथि शुक्ल तृतीया है।

श्री गौरी देवी प्रतिष्ठा मुहूर्त 2023-2024

प्रारंभ काल – तारीख मुहूर्त का समय – घं.मि.
22 फरवरीपूरा दिन
03 मईसूर्योदय से सुबह 11:26 तक 
11 मईसुबह 05:46 से सुबह 09:54 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:45 तक 
13 मईसूर्योदय से प्रातः 06:51 तक 
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक 
20 मईसुबह 08:02 से सूर्यास्त तक
21 मईसूर्योदय से सुबह 09:04 तक 
21 मईसुबह 09:04 से सुबह 09:23 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:36 तक 
21 जूनसूर्योदय से सूर्यास्त तक
26 जूनप्रातः 06:06 से सूर्यास्त तक, (भद्रा-परिहार)

सन् 2024

18 जनवरीसुबह 09:26 से सूर्यास्त तक
21 जनवरीसुबह 10:03 से सुबह 11:25 तक, दोपहर 12:11 से दोपहर 12:54 (भद्रा-परिहार)
25 जनवरीसुबह 10:38 से सूर्यास्त तक
26 जनवरीसुबह 10:28 से सूर्यास्त तक
31 जनवरीसुबह 10:46 से दोपहर 12:19 तक
01 फरवरीसुबह 10:42 से दोपहर 12:15 तक, दोपहर 02:32 तक केतुयुति का परिहार है
14 फरवरीसुबह 10:43 से सूर्यास्त तक
15 फरवरीसूर्योदय से सुबह 09:26 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 तक (शुक्र-पादवेधाभाव)
21 फरवरीसुबह 08:23 से दोपहर 12:51 तक 
22 फरवरीसुबह 09:20 से दोपहर 12:54 तक, 
03 मार्चसुबह 09:36 से दोपहर 12:11 तक
07 मार्चसूर्योदय से सुबह 08:23 तक 
08 मार्चसूर्योदय से सुबह 10:49 तक 
Frame
Maa Gauri
Frame
Maa Gauri Murti Sthapana Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Goddess Gauri Maa Pratishta muhrat | Gauri Maa pratishtha muhurat | Auspicious Time for Gauri Maa sthapana | Maa Gauri Sthapana Shubh Muhurat | मंदिर में गौरी दुर्गा प्रतिमा (मूर्ति) स्थापना मुहूर्त | देवी गौरी स्थापना पूजा | देवप्रतिष्‍ठा मुहूर्त | प्राण प्रतिष्ठा मुहूर्त | Maa Gauri pran patishtha muhurat April 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat May 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat June 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat July 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat August 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat September 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat October 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat November 2023 | Maa Gauri pran patishtha muhurat December 2023| Maa Gauri pran patishtha muhurat January 2024 | Maa Gauri pran patishtha muhurat February 2024| Maa Gauri pran patishtha muhurat March 2024

विद्यारम्भ-मुहूर्त्त | Shubh Muhurat To Start New Subject (Higher Studies)

Vidyarambh

Vidyarambh

बच्चे को वर्णमाला का ज्ञान करवाने के लिए अक्षरारम्भ के और संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, रसायन आदि विषयों का अध्ययन प्रारम्भ करने के लिए विद्यारम्भ के मुहूर्तों का प्रयोग करना चाहिए।

विद्यारम्भ संस्कार-मृगात्कराच्छ्रुतेस्त्रयेऽश्विमूलपूर्विकात्रये।
गुरुद्वयेऽर्कजीववित्सितेऽह्नि षट्शरत्रिके॥
शिवार्कदिग्द्विके तिथौ ध्रवान्त्यमित्रभे परैः।
शुभैरधीतिरूत्तमा त्रिकोणकेन्द्रगैः स्मृता॥

अर्थ- मृगशिरा, हस्त और श्रवण से तीन- तीन नक्षत्र अर्थात् मृगशीर्ष, आर्द्रा, पुनर्वसु, हस्त, चित्रा, स्वाती, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, अश्विनी, मूल, तीनों पूर्वा, पुष्य से दो अर्थात् पुष्य आश्लेषा नक्षत्रों में, रवि, गुरु, बुध और शुक्र वासरों में, षष्ठी, पंचमी, तृतीया, एकादशी, द्वादशी, दशमी एवं द्वितीया तिथियों में शुभग्रहों के केंद्र व त्रिकोण 1, 4, 7, 10, 5, 9 भावों में स्थित रहने पर कुछ विद्वानों के मतानुसार ध्रुवसंज्ञक तीनों उत्तरा, रोहिणी, रेवती और अनुराधा नक्षत्रों में भी विद्याध्ययन का आरंभ करना शुभ होता है।

वर्णमाला गणितादि में बालक परिपक्व हो जाने पर भविष्यत् आजीविका प्रदात्री कोई विशेष या सर्वसामान्य विद्या का शुभारंभ करना चाहिये।

ज्योतिष गणितारंभ मुहूर्त्त | Starts Learning Jyotish Ganit Muhurat

वार- बुधवार एवं गुरुवार।

नक्षत्र- रोहिणी, आर्द्रा, हस्त, चित्रा, अनुराधा, शतभिषा, पू०भा० एवं रेवती।

व्याकरणारम्भ मुहूर्त | Starts Learning Grammar Muhurat

वार- बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार

नक्षत्र- अश्विनी, रोहिणी, मृगऋ पुन० ह० चि० स्वा० वि० अनु०।

न्यायशास्त्रारम्भ मुहूर्त्त | Starts Learning Nayay Shastra Muhurat

वार- बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार

नक्षत्र- अश्विनी, रो०, पुन०,पु०, तीनों उत्तरा, स्वाती, श्र० श०।

धर्मशास्त्रारम्भ मुहूर्त्त | Starts Learning Dharmshastra Muhurat

वार- बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार

नक्षत्र- अश्विनी, मृ० पु०, ह०, चि०, स्वा० अनु०, श्र० ध० श० रे०।

संगीतारम्भ मुहूर्त्त | Starts Learning Sangeet (Music) Muhurat

वार-चंद्रवार, बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार। वाद्यारंभ में रविवार भी

नक्षत्र- रोहिणी, मृ० पु० तीनों उत्तरा, हस्त्र, अनु० ज्ये० ध० शत० रे०।

वेदमंत्रारंभ मुहूर्त्त | Starts Learning Vedas Muhurat

मास- अश्विन

तिथि- 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13 शु०

नक्षत्र- अश्विनी, मृ०, आ०, पुन०, श्ले, तीनों पूर्वा, ह० चि० स्वा० श्र० ध० श०।

चित्रकलारंभ मुहूर्त्त | Starts Learning Arts Muhurat

वार- चन्द्रवार, बुध, गुरु एवं शुक्रवार

नक्षत्र-अश्विनी, आ०, पुन०, ह०, चि०, स्वा० अनु०, श्र० रेवती।

सन् 2023
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.समाप्ति काल – घं.मि.
18  जनवरी सूर्योदय सेशाम 05:22  तक
25  जनवरी दोपहर 12:34  से सूर्यास्त तक 
26 जनवरीसूर्योदय सेसूर्यास्त तक 
27  जनवरी सूर्योदय सेसुबह 09:10  तक
02  फरवरी दोपहर 01:23 से  शाम 04:26 तक
08  फरवरीसूर्योदय सेशाम 05:25  तक
10  फरवरी प्रातः 07:58  से शाम 04:43  तक, ( गुरु पाद वेध  विचार्य)
16  फरवरी सुबह 08:14 से सूर्यास्त तक 
17  फरवरी सूर्योदय सेसूर्यास्त तक 
22  फरवरीसूर्योदय सेसूर्यास्त तक 
9   मार्च सूर्योदय सेसूर्यास्त तक 
10  मईसूर्योदय सेसुबह 10:36 तक
10 मईशाम 04:12 सेसूर्यास्त तक
11 मईसूर्योदय सेसुबह 11:28 तक
22 मईसूर्योदय सेसुबह 10:36 तक 
22 मईसुबह 10:36 सेशाम 04:32 तक 
24 मईसूर्योदय से दोपहर 03:06 तक
24 मईदोपहर 03:06 सेसूर्यास्त तक
29 मईसूर्योदय सेसुबह 11:49 तक 
01 जूनसूर्योदय सेसुबह 06:48 तक 
05 जूनसुबह 06:39 सेदोपहर 03:06 तक
08 जूनदोपहर 01:28 सेसूर्यास्त तक
12 जूनसुबह 10:35 सेदोपहर 01:49 तक
12 जून दोपहर 01:49 सेसूर्यास्त तक
सन् 2024
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.समाप्ति काल – घं.मि.
31 जनवरीसूर्योदय सेसूर्यास्त तक
01 फरवरी सूर्योदय सेदोपहर 12:27 तक
07 फरवरीसुबह 07:20 सेदोपहर 02:02 तक
14 फरवरीसुबह 10:43 सेसूर्यास्त तक
15 फरवरीसूर्योदय सेसुबह 09:26 तक 
19 फरवरी सूर्योदय सेसुबह 10:33 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 सेसूर्यास्त तक
21 फरवरीसूर्योदय सेसुबह 11:28 तक 
06 मार्चसुबह 11:32 सेदोपहर 02:52 तक 
06 मार्चदोपहर 02:52 सेसूर्यास्त तक
07 मार्चसूर्योदय सेसुबह 08:23 तक 
11 मार्चसुबह 10:45 सेसूर्यास्त तक

 

Frame
Vidhya Arambh
Frame
Vidhya Arambh Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords :-

Start Engineering Muhurat | Start Medical study muhurat | New School admission muhurat | New college admission muhurat | Vidyarambh muhurat | विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त 2022 | पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त कब है? | विद्यारंभ मुहूर्त 2022 | Vidyarambh Muhurat 2022 | akshararambh muhurat 2022 | विद्या आरम्भ मुहूर्त 2022 april | Vidyarambh muhurat april, Vidyarambh muhurat may, Vidyarambh muhurat june, Vidyarambh muhurat july, Vidyarambh muhurat august, Vidyarambh muhurat september, Vidyarambh muhurat october, Vidyarambh muhurat november, Vidyarambh muhurat december, Vidyarambh muhurat january , Vidyarambh muhurat February, Vidyarambh muhurat march, Jyotish Aarbh Shubh Muhurat, Grammar Aarbh Shubh Muhurat, Nayay Shastra Aarbh Shubh Muhurat, Dharmshastra Aarbh Shubh Muhurat, Sangeet Aarbh Shubh Muhurat, Vedas Aarbh Shubh Muhurat, Arts Aarbh Shubh Muhurat

अक्षरारम्भ मुहूर्त्त | Shubh Muhurat to Start School For The First Time

Akshra Arambh

Akshra Arambh

अक्षरारम्भ-मुहूर्त्त | Akshra Arambh Muhurat

बच्चे को वर्णमाला का ज्ञान करवाने के लिए अक्षरारम्भ के और संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, रसायन आदि विषयों का अध्ययन प्रारम्भ करने के लिए विद्यारम्भ के मुहूर्तों का प्रयोग करना चाहिए।

हिंदू धर्म में 16 संस्कारों में एक विद्यारंभ संस्कार भी है। यह संस्कार बच्चे के 4 से 5 वर्ष के उम्र में किया जाता है। क्योंकि इस उम्र में बच्चे अच्छी तरह से बोलना और समझना सीख जाते हैं। इसलिए उन बच्चों का विद्यालय में नाम दाखिल किया जाता है। बच्चों का नाम विद्यालय में दाखिल करने लिए शुभ मुहूर्त का भी होना अति आवश्यक है। क्योंकि जो भी कार्य शुभ मुहूर्त में किया जाता है। उसका परिणाम अति सुख प्राप्त होता है।

गणेश विष्णु वाग्रमाः प्रपूज्य पंचमाब्दके।
तिथौ शिवार्कदिकद्विषटशरत्रिके रवावुदक्॥
लघुश्रवोऽनिलान्त्यभादितीशतक्षमित्रभे।
चरोनसत्तनौ शिशोर्लिपिग्रहः सतां दिने॥

अर्थ- गणेश, विष्णु, सरस्वती और लक्ष्मी का विधिवत् पूजन कर पाँचवें वर्ष में, एकादशी, द्वादशी, दशमी, द्वितीया, षष्ठी, पंचमी एवं तृतीया तिथियों में सूर्य के उत्तरायण रहने पर लघुसंज्ञक (हस्त, अश्विनी, पुष्य, अभिजीत् श्रवण, स्वाती, रेवती, पुनर्वसु, आर्द्रा, चित्रा तथा अनुराधा) नक्षत्रों में चर लग्नों (1, 4, 7, 10) को छोड़कर शुभग्रहों के लग्नों (2, 3, 4, 6, 7, 9, 12) में शुभग्रहों के (चंद्रवार, बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार) वारों में बालकों को अक्षरारम्भ कराना चाहिये।

बालकों को पाँच वर्ष की अवस्था में सम्प्राप्त हो जाने पर अधोवर्णित विशुद्ध दिन को विघ्नविनायक, शारदा, लक्ष्मी नारायण, गुरु एवं कुल देवता की पूजा के साथ उसे लिखने पढ़ने का श्रीगणेश करवाना चाहिये।

विशेष- उपर्युक्त देवताओं के नाम से घृत हवन करे तथा ब्राह्मणों को दक्षिणादि देकर संतुष्ट करना चाहिये। बालक का चंद्र-बुध बल अपेक्षित है।

सन् 2023
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.समाप्ति काल – घं.मि.
18  जनवरी सूर्योदय से.सूर्यास्त तक 
19  जनवरी सूर्योदय सेदोपहर 01:18 तक
27  जनवरी सूर्योदय सेसुबह 09:10  तक
10  फरवरी प्रातः 07:58  से ( गुरु- पादवेध विचार्य)सूर्यास्त तक 
15 फरवरी  प्रातः 07:39 सेसूर्यास्त तक 
09  मार्च सूर्योदय सेसूर्यास्त तक 
08 मईसूर्योदय सेसुबह 07:17 तक
22 मईसुबह 10:36 से शाम 04:32 तक 
24 मईसूर्योदय सेदोपहर 03:06 तक
01 जूनसूर्योदय सेप्रातः 06ः48 तक
08 जूनदोपहर 01:28 सेसूर्यास्त तक
12 जूनदोपहर 01:49 सेसूर्यास्त तक
19 जूनसुबह 11:25 सेसूर्यास्त तक
सन् 2024
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.समाप्ति काल – घं.मि.
31 जनवरीसूर्योदय सेसूर्यास्त तक
01 फरवरीसूर्योदय सेदोपहर 12:27 तक 
14 फरवरीसुबह 10:43 सेसूर्यास्त तक
15 फरवरीसूर्योदय सेसुबह 09:26 तक 
19 फरवरीसुबह 10:33 सेसूर्यास्त तक
21 फरवरीसूर्योदय सेसुबह 11:28 तक 
Frame
Akshra Arambh
Frame
Akshra Arambh Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Other Keywords:-

Akshrarambh muhurat | विद्यारंभ संस्कार मुहूर्त 2023 | पढ़ाई शुरू करने का शुभ मुहूर्त कब है? | विद्यारंभ मुहूर्त 2023 | Vidyarambh Muhurt 2024 | akshararambh muhurat 2024 | akshar aarambh muhurat april, akshar aarambh muhurat may, akshar aarambh muhurat june, akshar aarambh muhurat july, akshar aarambh muhurat august, akshar aarambh muhurat september, akshar aarambh muhurat october, akshar aarambh muhurat november, akshar aarambh muhurat december, akshar aarambh muhurat january , akshar aarambh muhurat February, akshar aarambh muhurat march

मुंडन (चूड़ाकर्म ) संस्कार शुभ मुहूर्त | Mundan Ceremony Vidhi Shubh Muhurat

Chudakarm Mundan Sanskar

Chudakarm Mundan Sanskar

सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में से आठवां संस्कार (चूड़ाकर्म/ मुंडन संस्कार)

सनातन संस्कृति में मनुष्य जीवन के कुल सोलह संस्कार होते हैं, जिनमें से मुंडन संस्कार अथवा चूड़ाकर्म संस्कार आठवां संस्कार होता है। इस संस्कार में शिशु को जन्म के दोषों से संपूर्ण रूप से मुक्ति मिल जाती है तथा अब वह पूरी तरह से पवित्र हो जाता है। मुंडन (चूड़ाकर्म) संस्कार में शिशु को जन्म के समय मिले केश/ सिर के बाल काट दिए जाते है जिससे उसकी बौद्धिक क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

मुंडन संस्कार क्या होता है? (Mundan Sanskar Kya Hai)

मुंडन का अर्थ होता है सिर के बालों को पूरी तरह से काटना। यह वे बाल होते हैं जो शिशु अपनी माँ के गर्भ से लेकर आता है। मुंडन संस्कार करके माँ के गर्भ से मिले बालों को उतार दिया जाता हैं जिससे वह सभी प्रकार के मलिन दोषों से पूर्णतया मुक्त हो जाता है।

शिखा की व्यवस्था

शिखा छिन्दन्ति ये मोहात् द्वेषादज्ञानतोऽपि वा।
तप्तकृच्च्रेण शुध्यन्ति त्रायो वर्णा द्विजातयः- लघुहारित

चूड़ाकरण का शास्त्रीय आधार था दीर्घायुष्य की प्राप्ति।

सुश्रुत ने (जो विश्व के प्रथम शीर्षशल्य चिकित्सक थे) इस सम्बन्ध में बताया है कि-

मस्तक के भीतर ऊपर की ओर शिरा तथा संधि का सन्निपात है वहीं रोमवर्त में अधिपति है। यहां पर तीव्र प्रहार होने पर तत्काल मृत्यु संभावित है। शिखा रखने से इस कोमलांग की रक्षा होती है। इससे मस्तिष्ट का ज्ञान वहां पर केन्द्रित होता है तथा उसे ठंडा रखने में भी सहायता मिलती है।

बच्चों के केश कटवाने के पश्चात सिर पर दही, शहद, मक्खन इत्यादि का लेप किया जाता है जिससे उसे ठंडक प्राप्त हो। इसके पश्चात उसे स्नान करवाया जाता है। उसके बालों को धार्मिक स्थल, नदी इत्यादि में छोड़ दिया जाता है।

मुण्डन मुहूर्त

गर्भाधान काल से या जन्म काल से विषम अर्थात 1, 3,5,7 वर्ष में चैत्र को छोड़कर; उत्तरायण सूर्य में चंद्र, बुध, गुरु और शुक्रवार, लग्न तथा नवांशक में; जन्म राशि या जन्मलग्न से अष्टम लग्न को छोड़कर 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13 तिथियों में संक्रांति दिन को छोड़कर; जब लग्न से आठवां स्थान शुद्ध (ग्रह रहित) हो, 3, 6, 11 स्थानों में पाप ग्रह हों; ज्येष्ठ, मृगशिरा, रेवती, चित्रा, स्वाति, पुनर्वसु, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, हस्त, अश्विनी, पुष्य और अभिजित नक्षत्रों में मुण्डन शुभ है।

निषिद्ध काल-गर्भिण्यां मातरि शिशोः क्षौर कर्म न कारयेत्-

लड़के की माता को पांच मास का गर्भ हो तो मुण्डन निषिद्ध है, परंतु 5 वर्ष से अधिक अवस्था के बालक के लिए निषेध नहीं है। जेठे लड़के का मुण्डन ज्येष्ट मास में नहीं करना चाहिए।

इसके अतिरिक्त भी मुहूर्त निर्णय के समय-निषिद्ध काल को त्यागना चाहिए।

मुण्डन कर्म में विशेष- स्वकुल-शिष्टाचारानुसार उपरोक्त नक्षत्र, तिथ्यादि, शुभ समय में अपने-अपने इष्ट देव के स्थानों में मुंडन संस्कार करना चाहिए। किसी देवस्थल / तीर्थ पर बिना मुहूर्त के भी मुंडन करवाना शुभ माना गया है। नवरात्रों के दिनों में भी शक्तिपीठों (देवी-मंदिरों) के समीप मुंडन करवाने की पंजाब, हिमाचल आदि प्रदेशों में पुरानी परंपरा है।

Mundan Shubh Muhurat

 मुण्डन-मुहूर्त्त (सन् 2023-2024)

तारीख समय (घं.मि.)
15 जनवरीसुबह 07:20 से सुबह 10:27  तक, अभिजीत (विप्राणां) 
19  जनवरीदोपहर 01:18 से दोपहर 03:17 तक
22 जनवरीप्रातः 06:53 से सुबह 11:21 तक, (के.दा.) (विप्राणां) (चं.दां)
27  जनवरीसुबह 09:10  से सूर्यास्त तक,
28 जनवरीप्रातः 06:29 से  सुबह 10:58 तक, अभिजीत
1 फरवरीसूर्योदय से सुबह 11:29 तक
3  फरवरीसूर्योदय से सूर्यास्त तक
5 फरवरीसुबह 10:45 से दोपहर 12:13 तक (विप्राणां)
10  फरवरीप्रातः 07:58 से शाम 04:43  तक, ( गुरु- पाथवेज विचार्य)
15  फरवरीप्रातः 07:39  से सूर्यास्त तक 
9  मार्चसूर्योदय से सूर्यास्त तक 
03  मईसुबह 05:44 से सुबह 11:26 तक, दोपहर 12:38 से सूर्यास्त तक
08 मईसूर्योदय से सुबह 07:17 तक
12 मईसुबह 05:42 से सुबह 09:05 तक, सुबह 11:51 से दोपहर 12:51 तक
13 मईसूर्योदय से सुबह 06ः51 तक
16 मईसुबह 08:15 से सुबह 09:35 तक, सुबह 11:50 से दोपहर 12:45 तक
17 मईसूर्योदय से सुबह 07:38 तक
21 मईसुबह 09:05 से सूर्यास्त तक, (विप्राणां)
22 मईसूर्योदय से सुबह 10:36 तक
24 मई सूर्योदय से दोपहर 03:06 तक
24 मईदोपहर 03:06 से सूर्यास्त तक
25 मईसुबह 06:45 से सुबह 08:49 तक, सुबह 11:22 से दोपहर 01:41 तक (भौम-युति परिहार)
30 मईसुबह 06:25 से सुबह 08:40 तक, सुबह 11:02 से दोपहर 01:22 तक (क्षत्रियाणां)
01 जूनसूर्योदय से सुबह 06:48 तक
08  जूनदोपहर 01:28 से सूर्यास्त तक
12 जून दोपहर 01:49 से सूर्यास्त तक
13 जूनसुबह 09:29 से दोपहर 12:49 तक, 
20 जूनसुबह 09:39 से सुबह 11:49 तक, सुबह 11:55 से दोपहर 12:51 (क्षत्रियाणां)
21 जूनसूर्योदय से सुबह 07:13 तक , सुबह 09:35 से सुबह 11:55 तक  
26 जूनदोपहर 12:44 से सूर्यास्त तक (मृत्युबाण विचार)
31 जूनसूर्योदय से सुबह 11:36 तक
06 जुलाईसूर्योदय से सुबह 06:31 तक, शुक्रपादवेध
10 जुलाईसुबह 08:18 से सुबह 10:41 तक, सुबह 11:59 से दोपहर 12:54 तक
19 अक्तूबरसुबह 08:43 से दोपहर 01:08 तक, 

सन् 2024

25 जनवरीसुबह 10:38 से सूर्यास्त तक
26 जनवरीसूर्योदय से सुबह 10:28 तक
31 जनवरीसूर्योदय से सुबह 11:36 तक
01 फरवरीसुबह 07:55 से सुबह 09:20 तक, सुबह 10:42 से दोपहर 12:56 तक,  
05 फरवरीसुबह 07:54 से सुबह 10:52 तक- व्याघात दोष
14 फरवरीसुबह 10:43 से  दोपहर 12:10 तक
15 फरवरीसूर्योदय से सुबह 09:26 तक
19 फरवरीसूर्योदय से सुबह 10:33 तक
21 फरवरीसुबह 11:28 से दोपहर 02:10 तक
21 फरवरीदोपहर 02:17 से सूर्यास्त तक
22 फरवरीसूर्योदय से दोपहर 01:22 तक 
04 मार्चसूर्योदय से सुबह 08:50 तक
08 मार्चसूर्योदय से सुबह 10:41 तक 
12 मार्चसुबह 08:09 से सुबह 09:41 तक, दोपहर 12:07 से दोपहर 12:55 (क्षत्रियाणां )
Frame
Mundan Ceremony
Frame
Mudan Cermony Shubh Muhurat
Frame

हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें

Janiye Kis Din Kya Kaam Karna Shubh Hai | जानिए किस दिन क्या काम करें

Shubh Din

Shubh Din

जानिए किस दिन क्या काम करना शुभ है

 

रविवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  पूर्व, उत्तर (दक्षिण पूर्व)

यात्रा में त्याज्य:-  पश्चिम, नैऋत्य (दक्षिण-पश्चिम कोण)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  विज्ञान, इंजीनियरिंग, सेना, उद्योग, बिजली, मैडिकल एवं प्रशासनिक शिक्षा संबंधी l

व्यापार संबंधी कार्य:-  राज्य प्रशासनिक कार्य, सेना अधिकारी, ज्यूलर्स, औषधि, शास्त्र, अग्नि, अनाज, सोना, तांबा, चांदी, गाय – बैलादि का क्रय – विक्रय, मैडिकल, इलेक्ट्रिकल, मंत्रानुष्ठान व हवन आदि l

सोमवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  पश्चिम, दक्षिण (उत्तर, पश्चिम)

यात्रा में त्याज्य:- पूर्व, उत्तर आग्नेय (दक्षिण – पूर्व)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  लेखननादि कार्य, मैडिकल, शिक्षा, सौंदर्य, प्रसाधन, औषधि निर्माण, योजना संबंधी l

व्यापार संबंधी कार्य:-  कृषि, गाय, भैंस, दूध, घी, डेयरी, फॉर्म, औषधि, तरल पदार्थ, शंख, मोती, स्त्री, धन – सम्पदा, सौंदर्य प्रसाधन संबंधी वस्तुओं का क्रय – विक्रय, विदेशी पत्राचार आदि l

मंगलवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  दक्षिण-पूर्व

यात्रा में त्याज्य:-  उत्तर, पश्चिम वायव्य (उत्तर-पश्चिम)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  बिजली, सर्जरी की परीक्षा, शस्त्र, विद्या सीखना अग्नि, स्पोर्ट्स और भूगर्भ विज्ञान, दंत चिकित्सा आदि l

व्यापार संबंधी कार्य:-  शक्ति, अग्नि एवं बिजली से संबंधित कार्य, बेकरी इलेक्ट्रॉनिक,गुड़, सोना, तांबा, मूंगा, पीतल का कार्य, भूमि, सर्जरी एवं रक्षा सामग्री संधि विच्छेद अदि कार्य l

बुधवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  दक्षिण, पूर्व नैऋत्य (दक्षिण, पश्चिम)

यात्रा में त्याज्य:-  उत्तर, पश्चिम, ईशान (पूर्व – उत्तर)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  गणित,लेखनादि, बौद्धिककार्य, बैंक, वकालत, तकनीकी कार्य, ज्योतिषी, विज्ञान, वाहन चलाना सीखना l

व्यापार संबंधी कार्य:-  कृषि एवं व्यापारिक वस्तुओं का क्रय – विक्रय, शेयर बाजार, बैंकिंग, पुस्तक, लेखन प्रशासन अकाउंट्स, शिक्षण वकालत,शिल्प, एवं सम्पादन कार्य, वाहन क्रय – विक्रय।

वीरवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  पूर्व, उत्तर ईशान (पूर्व, उत्तर)

यात्रा में त्याज्य:-  दक्षिण -पूर्व नैऋत्य (दक्षिण – पश्चिम)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:- दर्शन-शास्त्र, धर्म-मंत्र,ज्योतिष, वकालत, उच्च पद प्रशासनिक शिक्षा, औषधि आदि l

व्यापार संबंधी कार्य:-धार्मिक अनुष्ठान, उच्च प्रशासनिक कार्य, उच्च शिक्षा के कार्य, आभूषण, लकड़ी, भूमि, वाहन का लेन-देन, विदेश गमनादि कार्य l

शुक्रवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  पूर्व, उत्तर (उत्तर, पूर्व)

यात्रा में त्याज्य:-  पश्चिम, दक्षिण नैऋत्य कोण (दक्षिण, पश्चिम)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  नृत्य, वाद्य, गायन, कला, संगीत, एक्टिंग, गीत-काव्य, रचना, स्त्रियों एवं सौंदर्य संबंधी शिक्षा।

व्यापार संबंधी कार्य:-  संगीत, सिनेमा, विदेश यात्रा, टेलीविजन, स्त्रियों एवं सौंदर्य संबंधी संबंधित कार्य, रूई, कपड़ा, चांदी , जवाहरात, रसायन, शराब, सोडा, सुगन्धित द्रव्य, वाहनादि क्रय- विक्रय, परफ्यूम आदि ।

शनिवार

यात्रा में शुभ ग्रह दिशाएं:-  पश्चिम, दक्षिण नैऋत्य (दक्षिण, पश्चिम)

यात्रा में त्याज्य:- पूर्व, उत्तर, ईशान (पूर्व-उत्तर)

विद्या एवं शिक्षा संबंधी:-  तकनीकी शिल्प, कला, मशीनरी संबंधी ज्ञान, अंग्रेजी, उर्दू फारसी का ज्ञान शुरू करना ।

व्यापार संबंधी कार्य:-  मशीनरी, लोहा, लकड़ी, चमड़ा, सीमेंट, तेल, पेट्रोल, पत्थर, भूमि, ठेकेदारी, शस्त्रों का क्रय-विक्रय, अन्वेषण कार्य, अधीनस्थ कर्मचारी, वाहनादि प्रयोग, विदेश यात्रा आदि कार्य ।

नाम 

वार

रवि सोम मंगल बुध वीर शुक्र शनि

नवीन वस्त्र 

धारण करना

शुभ  मध्यम अशुभ शुभ शुभ 

अति 

शुभ

अशुभ

नवीन आभूषण

धारण

शुभ शुभ मध्यम शुभ शुभ शुभअशुभ
तेल लगाना अशुभ शुभ अशुभ

विशेष

 शुभ

अशुभ शुभ

विशेष

 शुभ

हजामत करना मध्यम शुभअशुभ शुभ अशुभ शुभ मध्यम

नया जूता 

पहनना

  अशुभ शुभअशुभ शुभ मध्यमशुभ मध्यम
मुकदमा करना  अशुभ अशुभ शुभ शुभ अशुभ मध्यम शुभ 

 

Other Keywords-

shubh din | shubh din calendar | Navin vastra Dharan Karne ka Shubh Din Kab hai | Navin Abhushan Dharan Karne ka Shubh Din Kab Hai | Tel Lagana Ka Shubh Din kab Hai | Hjamt Krna ka Shubh Din hai | Nya Juta Phanna ka Shuh Din Kab Hai | Mukadma Krna Ka Shubh Din Kab HAi |Shubh Din Kab Hai | Good Day | Auspicious Day | Best Day | For New Work | shubh din for car purchase | shubh din hindu calendar | Shubh Muhurat To File A Law-Suit | Muhurat can Give Positive Results in Legal Matters | Muhurt for Court Case filing for Better Results | good day for property registration in 2021, good nakshatra for property registration | auspicious dates for property registration in january 2021 |
auspicious days for land registration 2021 | shubh muhurat for property registration in 2021 | auspicious dates for property registration in 2021 | Pashu Kharidne ka shubh Muhurt | Gay Kab Kharide | Shubh Muhurat To File Nomination Paper | Auspicious date for Election Nomination | Election Nomination Filing Shubh Muhurat | Astro When Is The Best Time And Lucky Day To Wear New clothes | Lucky dress, best time for new cloth, auspicious time for new cloth |

नए काम का शुभ मुहूर्त | नवीन वस्त्र धारण करने का शुभ दिन कब है | नवीन आभूषण धारण करने का शुभ दिन कब है | तेल लगाना का शुभ दिन कब है | हजामत करना का शुभ दिन कब है | नया जूता पहनना का शुभ दिन कब है | मुकदमा करना का शुभ दिन कब है | शुभ दिन कब है | पशु खरीदने का मुहूर्त | गाय खरीदने का शुभ मुहूर्त बताइए 2021 | गाय भैंस खरीदने के शुभ मुहूर्त | गाय किस दिन खरीदे | घर में गाय का आना | मुकद्दमा दायर करने का शुभ मुहूर्त | जमीन खरीदने का शुभ दिन | जमीन खरीदने का शुभ दिन 2021 | मकान खरीदने का शुभ दिन 2021 | प्रॉपर्टी खरीदने का शुभ दिन 2021 | नया कपड़ा पहनने का मुहूर्त | वस्त्र धारण विधि | नया वस्त्र कब धारण करें?