Dwipushkar yog shubh muhurat | द्विपुष्कर योग (सन् 2023-2024)

shubh muhurat pushkar yog

‘द्विपुष्कर योग’ जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि दोगुना। ‘जी हां’  द्विपुष्कर योग में यदि किसी व्यक्ति को लाभ होता है तो है दोगुना होता है और यदि किसी कारणवश हानि हो जाती है तो वह भी 2 गुना ही होती है। अतः जितने भी हमारे शास्त्रों में अच्छे मुहूर्त और योग बताए गए हैं उनको दोगुना करने वाला योग द्विपुष्कर योग कहलाता है। इस युग में शुभ काम करने पर यह दोगुना लाभ प्रदान करता है।                                  

द्विपुष्कर योग सन् 2022 

प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.तारीख – समाप्ति कालसमाप्ति काल – घं.मि.
29 नवंबरसुबह 11:04 से30 नवंबरसूर्योदय तक
सन् 2023
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.तारीख – समाप्ति कालसमाप्ति काल – घं.मि.
14 जनवरीशाम 06:13 से14 जनवरीशाम 07:23 तक
23 जनवरीरात्रि 03:21 से23 जनवरीसूर्योदय तक
19 मार्चरात्रि 00:29 से19 मार्चसुबह 08:07 तक
28 मार्चसूर्योदय से28 मार्चशाम 05:32 तक
28 मार्चसूर्योदय से28 मार्चशाम 05:32 तक
21 मईसुबह 09:05 से21 मईरात्रि 10:09 तक
25 जुलाईसूर्योदय से25 जुलाईदोपहर 03:09 तक
17 सितंबरसुबह 10:02 से17 सितंबरसुबह 11:09 तक
26 सितंबरसुबह 09:42 से27 सितंबरसुबह 09:46 तक
19 नवंबररात्रि 10:49 से20 नवंबरप्रातः 05:22 तक
28 नवंबरदोपहर 02:06 से29 नवंबरसूर्योदय तक
09 दिसंबरसूर्योदय से09 दिसंबरसुबह 10:43 तक
सन् 2024
प्रारंभ काल – तारीखप्रारंभ काल – घं.मि.तारीख – समाप्ति कालसमाप्ति काल – घं.मि.
22 जनवरीरात्रि 03:53 से22 जनवरीसूर्योदय तक
16 मार्चशाम 04:06 से16 मार्चरात्रि 09:38 तक
26 मार्चदोपहर 02:57 से27 मार्चसूर्योदय तक

•••••••••••••••••
Dvipushkar Yoga / द्विपुष्कर योग के बारे में यह artical यदि आपको पसंद आया हो, तो इसे like और दूसरों को share करें, ताकि यह जानकारी और लोगों तक भी पहुंच सके। आप Comment box में Comment जरुर करें। इस subject से जुड़े प्रश्न आप नीचे Comment section में पूछ सकते हैं।

No comment yet, add your voice below!


Add a Comment