ज्योतिष वह विज्ञान है जो मनुष्य क़े अंधविश्वास रूपी अन्धकार का हरण करके ज्ञान का प्रकाश करता है| ज्योतिष भाग्य पर नहीं कर्म और केवल कर्म पर ही आधारित शास्त्र है|
नक्षत्रों का कभी क्षरण नहीं होता तथा वे सदैव अपने स्थान पर ही रहते हैं। जिस नक्षत्र में बच्चे का जन्म होता है, उसी के अनुसार उसकी जन्म राशि का निर्धारण होता है। शुभ नक्षत्रों का ध्यान रखते हुए यदि कोई कार्य किया जाए तो उसमें सफलता मिलती है।
शुभ मुहूर्त-तिथि-वार देखकर कृषि संबंधी कार्यो की शुरूआत की जाए, तो अपेक्षित परिणाम मिलते हैं।
अन्य ग्रहों का संबंध मनुष्य पर या पृथ्वी पर स्पष्ट रूप में पड़े या नहीं, पर सूर्य एवं चंद्र का स्पष्ट प्रभाव पड़ता है। सूर्य के भिन्न-भिन्न नक्षत्रों में प्रवेश करने से मौसम बदलते रहते हं, उसी प्रकार पूर्णिमा एवं अमावस्या के फलस्वरूप समुद्र में ज्वार भाटा स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। पूर्णिमा एवं अमावस्या को मानसिक रूप से असंतुलित लोग ज्यादा परेशान रहते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि ग्रह-नक्षत्र का प्रभाव पृथ्वी के साथ-साथ मनुष्य पर भी पड़ता है। मौसम में परिवर्तन सूर्य-चंद्र का सम्मिलित प्रभाव से होता है।
जानें ऐसे ही कुछ शुभ नक्षत्र – तिथि-वार जो बेहद शुभ और लाभकारी हैं।
ग्राह्य तिथियाँ:- 2, 3, 5, 6, 7, 10, 12, (13- शुक्ल)
ग्राह्य वार:- रविवार, मंगलवार, गुरुवार, शनिवार ।
ग्राह्य नक्षत्र:-अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराध, अभिजीत, श्रवण ।
Shubh Muhurat To Undergo Surgery (Operation)
हमारे द्वारा यहां कुछ विशेष मुहूर्त दिए गए हैं यदि आप स्वयं के लिए किसी विशेष दिन का मुहूर्त चाहते हैं तो संपर्क करें
Other Keyword:-
रोगी के शल्य /ऑपरेशन कराने का शुभ मुहूर्त | Shubh Muhurt for Surgery |ऑपरेशन का मुहूर्त | Shubh Muhurat To Undergo Surgery | Shubh Muhurat To Start Treatment | Ideal Days to Begin Medical Treatment | Mahurata for Medical Treatment
No comment yet, add your voice below!