Rudraksha : Rudra + Aksha
“Rudra” means “Shivaji” AND “Aksh” means “Eye”
That is : “Eye of Lord Shiva” or “Eye of Rudra“
It is mentioned in Shiva Purana that once Lord Shankar opened his eyes after a great austerity and few tear drops fell from his eyes. Now teardrops fell on the earth and a tree was born, called “Rudraksha”. This was the origin of Rudraksha. The fruits of Rudraksh (Rudra + Aksha) means Shivji’s eye. And so Rudraksh be the most loved by Shivji.
Viewing & touching of rudraksha and chanting om Rudraksha’s beads mala will destroy many sins and misdeeds. Although Rudraksha is used in many religious activities, yet it also has plenty of medicinal properties.
There are so many types of Rudraksh. Rudraksh has vertical stripes i.e. lines, on the basis of these lines, it is known how much Mukhi Rudraksha is.
रुद्राक्ष का अर्थ है – रूद्र + अक्ष
“रूद्र” यानि “शिवजी” – “अक्ष” यानि “आँख”
अर्थात – “शिवजी का अक्ष” और “ रूद्र का अक्ष” ।
शिव पुराण में वर्णित है कि भगवान शंकर ने कड़ी तपस्या के उपरांत जब अपने नेत्र खोले तो उनके नेत्रों से कुछ अश्रु की बूंदे गिरीं। अश्रु की बूंदे धरती पर गिरते ही रुद्राक्ष नामक एक वृक्ष उत्पन्न हो गया। बस, तभी से रुद्राक्ष की उत्पत्ति मानी गई। रुद्राक्ष के फल (रुद्र+अक्ष) शिवजी की आंख का प्रतिरूप हैं इसीलिए रुद्राक्ष शिवजी को सर्वाधिक प्रिय है।
रुद्राक्ष के दर्शन, स्पर्श और उन पर किए जाने वाले जाप और रुद्राक्ष धारण करने से अनेक पापों और दुष्कर्मों का नाश होता है। रुद्राक्ष का उपयोग धार्मिक कार्यों में तो होता ही है, साथ साथ इसमें बहुत से औषधीय गुण भी पाये जाते हैं ।
रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं। रुद्राक्ष पर खड़ी धारियां यानी लाइन्स होती है, इन्हीं लाइन्स के आधार पर यह मालूम होता है कि कोई रुद्राक्ष कितने मुख का है।
8 Mukhi (Aathh Mukhi / Eight face) Rudraksha benefits :
Vighnaharta (Remover of obstacles) ‘Lord Ganesh’ is the deity of 8 Mukhi Rudraksha. It’s ruling planet is ‘Ketu’. It eradicates all the obstacles in our path of development and brings success in every walk of life. It even changes mind of enemies and make them think in favour of the person wearing this Rudraksha.
According to Shiv Puran, before wearing this Rudraksh, chanting 108 mantra times with immense reverence and faith, surely all good will be good in life.
The mantra for wearing the Eight-face (Ashta Mukhi) Rudraksh- “Om hum namah“. “
8 मुखी या पाँचमुखी / आठ मुख वाला रुद्राक्ष:
आठ मुखी रुद्राक्ष के स्वामी संकटमोचन श्री गणेशजी है तथा केतु ग्रह इसका अधिपती है। यह मार्ग के सारे अवरोध दूर करता है और सभी कार्यो में यश देता है। विरोधीयो के मन तथा हेतू मे बदलाव लाकर शत्रुओं को भी धारणकर्ता के हित मे सोचने के लिये बाध्य करता है।
शिवपुराण के अनुसार इस रुद्राक्ष को धारण करने से पहले 108 मन्त्र बार जाप करके अपार श्रद्धा व विश्वास के साथ पहनने से निश्चित ही जीवन में सभी अच्छा ही अच्छा होगा।
आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का मंत्र- “ ॐ हूं नमः।। ”
Other Names: Rudraksham / Rudrax / Rudra Ratna / Ruthratcham / Shiv Rudraksha /Ganesh Rudraksha
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